दर्शन दो मईया दर्शन दो
मईया दर्शन दो..............2
कि तेरा भक्त बुला रहा है।
इस जग का
है कैसा नाता
कोई न
भक्तन की सुधि लाता
भक्तों
की है मैया यही पुकार
दर्शन दो
मईया दर्शन दो
काली घटा देख मन घबराता
बीच भॅवर में कुछ न सुहाता
नित्य दिन करू मैं तेरी इंतजार
दर्शन दो मईया दर्शन दो.............2
भाग-दौड़
का है यह जमाना
सब के
सपनों का तुही खजाना
तेरी करू
मैं सदा जयजयकार
दर्शन दो
मईया दर्शन दो............2
जे.पी. हंस
जे.पी. हंस
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